Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Friday, November 8, 2019
ये दिन बहार के अब के भी रास न आ सके,
ये दिन बहार के अब के भी रास न आ सके,
कि गुंचे खिल तो सके, खिल के मुस्कुरा न सके!
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment