Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Wednesday, October 30, 2019
इक चाँद बग़ल में हो इक चाँद मुक़ाबिल हो!
लुत्फ़-ए-शब-ए-मह ऐ दिल उस दम मुझे हासिल हो,
इक चाँद बग़ल में हो इक चाँद मुक़ाबिल हो!
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