आपको चेहरे से भी बीमार होना चाहिए,
इश्क है तो इश्क का इजहार होना चाहिए!
जिंदगी कब तलक दर दर फिरायेगी हमें,
टूटा फूटा ही सही घर बार होना चाहिये!
अपनी यादों से कहो इक दिन की छुट्टी दें मुझे,
इश्क के हिस्से में भी इतवार होना चाहिये!
~मुनव्वर राना
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