आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
लोग नये साल में, बहुत कुछ नया मांगेगे, पर मुझे तो, वही तुम्हारा पुराना साथ चाहिए |
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