आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
कितनी जल्दी से मुलाकात गुजर जाती है, प्यास बुझती नही बरसात गुजर जाती है, अपनी यादों से कहो की यूँ ना सताया करे, नींद आती नही और रात गुजर जाती है!!
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