आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
जिन्दगी तो हार जीत का नाम हैं, हर पल ख़ुशी गम का पैगाम हैं। मत छोड़ना कभी हौसलों का हाथ, चलते रहना ही जिंदगी का काम है।।
No comments:
Post a Comment