आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
अपना हमसफ़र बना ले मुझे, तेरा ही साया हूँ, अपना ले मुझे। ये रात का सफर और भी हसीं हो जायेगा, तू आ जा मेरे सपनों में, या बुला ले मुझे।।💖
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