Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Thursday, November 28, 2013
चलो शराब पीते हैं
"वो सपनो की चादर
जो जिंदगी के थपेड़े खा कर
फट चुकी है,
नशे में ही सही...
उस चादर को सीते हैं...
चलो शराब पीते हैं"..
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