Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Saturday, November 2, 2013
मुस्कुराने की आदत
मुस्कुराने की आदत,
कितनी महँगी पड़ी हमको,
छोड़ गया वो ये सोच कर,
कि हम जुदाई में भी ख़ुशी हैं।
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment