Stayin' Alive
आशु तो कुछ भी नहीं आसूँ के सिवा, जाने क्यों लोग इसे पलकों पे बैठा लेते हैं।
Friday, September 28, 2012
Khafa
तेरी दोस्ती हम इस तरह निभाएँगे,
तुम रोज़ खफा होना हम रोज़ मनाएँगे,
पर मान जाना मनाने से,
वरना यह भीगी पलकें ले के हम कहा जाएँगे..
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